Wednesday 7 January 2015

कुछ शब्द अनुभव के लिए.....................

अनुभव तू ही बता कैसे जिया जाए तुम्हारे बिना? तुम तो हर वक्त मेरे पास रहती हो. कभी कैंटीन में चाय पिते हुए, तो कभी दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाते हुए. कभी तो वो नींद में भी नहीं छोड़ती, सपनो के जरिये नए अनुभव फिर एक बाद पैदा कर देती है. कौन कहता है की मै अकेली हु. मेरी यह सहेली मेरे पास हमेशा रहती है एक साए की तरह. मेरा वो पीछा कभी छोड़ना ही नही चाहती. क्या मै उसे इतनी पसंद हु तुम्हे. तुम्हारे बिना जीना याने पाणी बिना समुन्दर.? इतना भी लगाव ठीक नही. किसी की नजर ना लगे. मुझे भी तो तुम्हारी अब आदत हो गई है. लगता है की अकेले ही जीवन को गुजारा जाए लेकिन तुम किसी ना किसी परिस्थिति के जरिये मुझे मिल ही लेती हो. हर पल मेरे साथ रहती हो. एक सास की तरह. कभी तो अकेला छोड़ दिया करो. यह जिद्द अच्छी नहीं. अब इतनी भी तुम बच्चे की तरह गुस्सा न हो. मै जानती हु तुम मेरे बिना ना जी पाओगे. समझती हु तुम्हे. मेरे शब्द, मेरी सास और अहसास हो तुम. एक अलग ही जगह मेरे जीवन में तुमने बना ली है. इस जगह कोई कब्जा करे वो तुम्हे पसंद नही. मेरी प्रिय, यदि मै किसी से कितना भी प्यार करू लेकिन मेरा पहला प्यार तो तुम हो. मेरे जन्म से लेकर मृत्यु तक तुम्हारा बसेरा मेरे जीवन में एक काले तील की तरह तुमने रखा है. तुम्हे कैसे भुला जाएगा? अभी तो थोड़ा हस दो. हस दिया बहुत अच्छे. तो चलो लिखते है तुम्हारे बारे में. .
अनुभवों का भी क्या कहना?
उसका अलग ही अंदाज है,
उसकी एक अलग ही पहचान
कब वो आपके जीवन में खुशी-दुखों का सावन लाये,
जो कभी ना पता चले.
लेकिन आखिर में उसे गाली भी देते है,
क्यों आया तू? किसलिए आया?
अनुभवों से इन्सान सीखता है.
अनुभवो से वो आगे बढ़ता है,
तो कोई रुक जाता है.
कुछ अनुभव रुला देते है,
तो कुछ हसा देते है.
कुछ अनुभव जीवन की सीख देते है.
तो कुछ याद रहते है,
तो कुछ भूल जाते है.
लेकिन न जाने वो याद बनकर आ जाते है.
अनुभव के बिना भी क्या जीना,
वो तो जीवन का हिस्सा है.
उसे हटाया जाना नामुमकिन है,
क्योंकि वो ही एक आपकी पहचान है.
अनुभव जीवन पर बड़ी छाप बनकर रहती है.
उसे मिटाना आसान नहीं.
अनुभव कभी दिखती है,
तो कभी अनदेखी हो जाती है.
इन्सान नही जानता की वो कब कैसे रंग लाएगी,
उसके रंग भी कई तरह के है,
कुछ रंग बहुत ही सुनहरे है,
तो कुछ उदास भरे.
ऐसी है यह अनुभव की कहानी की,

कुछ खट्टी तो कुछ मीठी.

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